Tuesday, October 20, 2009

बहन भाई क्यो नही !

आज समाज विज्ञानदोनों ही बड़ी तेजी से बदलते जा रहे है पहले का सारा का सारा नजरिया बदलता जा रहा है खास कर समाज तो रीती रीतिरिवाज वह बिल्कुल बिल्कुल ही वह BILKUL HI बदल रहे है पुराने टूटते जा रही है हमारा धर्म तो पुराना है परन्तु उसका रिवाज अपनी चाहत के अनुसार बना रहे है इस बदलाव के कारण तो धर्म पर शक होने लगता है जिन सिदंतो से धर्म बना है वह पर्तिदिन गिरगिट की तरह बदलता है तो हम किस नियम को माने किस सीथिर सिदान्त को माने सदेव रहने वाला हमारा धर्म कोनसा है /

अब हम इसके सिदंतो या रिवाजो की बात करते है पुरी दुनिया माँ हर धर्म में बहन भाई का रिश्ता सबसे पवित्र मन जाता है कानून ये कहता है की कोई भी दो बालिग लड़का व् लड़की शादी कर सकते है यह तो मुझे मालूम नही की उस कानून में सहज बहन भाई शब्द पर्योग कर रखा है की नही / हा कानून धर्म के साथ बंधा हुआ नही है इस लिए वो लिख सकता है थोड़े आदमियो को छोड़ कर सारा विशव धार्मिक है धर्म ये कहता है की कोई भी कुआंरी लड़की हो वह बहन लगती है क्या आप किसी धर्म से जुड़े हो अगर जुड़े होतो क्या आप बहन भाई के इस सिदान्त को मानते हो अगर नही मानते तो अपने आप को किसी भी धर्म का मानने वाला मत कहिये आप धार्मिक है ही नही या आप किसी भी धर्म के नही हो /

आज कोई भी लड़का किसी भी लड़की का भाई नही बनना चाहता केवल सगी बहन तक ही या चाचा ताओ तक ही इस रिश्ते को मानता है बाकि शाभी लड़कियो को दोस्त मानता है क्यो ?यह बात लड़को पर ही नही लड़कियो पर भी लागु होती है क्यो ऐसा होरहा है क्यो नही बनना चाहते बहन भाई बनना / क्या दोस्त बनना जरुरी है क्या इसके पीछे कोई स्वार्थ छिपा है या आज की जरूरत है क्या आप बहन भाई बनना चाहोगे अगर नही तो क्यों/ क्या बहन भाई बनना गलत है यह रिश्ता धर्म से सम्बंधित है या नेतिकता से /आज के बाद आप क्या निश्चित करेगे दोस्त या बन भाई / टिपण्णी के इंतजार मे